राजा की रानी

305 Part

84 times read

0 Liked

जोर लगाकर सारे संकोचों को दूर करके कह बैठा, “आप लोगों ने पूँटू के साथ मेरा विवाह करना क्या सचमुच स्थिर कर लिया है?” बाबा मुँह फाड़कर थोड़ी देर तक अचम्भे ...

Chapter

×